
आज की पोस्ट में हम what is an accident दुर्घटना क्या है ? के बारे में जानकारी दे रहें है , पूर्ण जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़िए. आशा है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी. यह जानकारी आप harkhabar.in पर देख रहे हैं. इसी तरह की उपयोगी जानकारियों के लिए हमारी वैबसाइट का विजिट करते रहिये –
दुर्घटना क्या है ????
किसी व्यक्ति के साथ अचानक घटी कोई ऐसी घटना जिससे उस व्यक्ति को कोई शारीरिक या मानसिक चोट पहुंचे , उसे दुर्घटना कहते हैं । दुर्घटना होने पर व्यक्ति घायल हो जाता है , कभी-कभी मृत्यु भी हो जाती है ।
प्राथमिक उपचार की सामान्य जानकारी रखने वाले कोई भी व्यक्ति सामान्य दुर्घटना होने पर तत्काल पीड़ित व्यक्ति का उपचार कर सकता है । गंभीर दुर्घटना की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को तत्काल डॉक्टर के ले जाने की आवश्यकता होती है । आग से जल जाना , करंट लग जाना , पानी में डूबना , सड़क पर या घर पर चोटग्रस्त हो जाना , आदि दुर्घटनाओं के ऐसे ही प्रकार हैं । बेहोश हो जाना , तेज भुखार , दस्त लगना आदि कुछ ऐसी आकस्मिक घटनाएँ हैं , जिनके लिए तात्कालिक तौर पर प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता होती है ।
दुर्घटनाओं के प्रकार –
दुर्घटना होते ही आपातकालीन स्वस्थ सेवाओं को खबर करें महानगरों और बड़े शहरों में ये सेवाएँ 24 घंटे उपलब्ध होती है । What is the meaning an accident? यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें मरीज या घायल व्यक्ति को तुरंत उपचार की जरूरत होती है । दिल्ली और ऐसे ही अन्य बड़े-बड़े शहरों में दुर्घटनाग्रस्त लोगों के लिए एक खास तरह एंबुलेंस होती है । इनको ” कैट्स ” (CATS) यानी , दुर्घटना एवं मानसिक आघात सेवा के नाम से जाना जाता है । जरूरत पड़ने पर इनकी सहायत ले सकते हैं ।
सड़क दुर्घटना में कोई बहुत घायल हुआ है तो हिफाजत के साथ उसे तत्काल किसी सुरक्षित जगह पर ले जाना चाहिए । यदि मरीज के गर्दन या रीढ़ की हड्डी के हिस्से में चोट हो , तो मरीज को उसकी जगह से हिलाना-डुलाना नहीं चाहिए । उसी स्थान पर उसे शांतिपूर्वक लेते रहने देना चाहिए और एंबुलेंस मंगाकर तुरंत अस्पताल पहुंचा देना चाहिए । गर्दन या रीढ़ की चोट बहुत गंभीर होती है । उस स्थिति में यथासंभव प्राथमिक चिकित्सा दें ।
घायल व्यक्ति का नरमी के साथ परीक्षण करें जरूरत पड़ने पर कपड़े ढीले कर दीजिये । यदि कोई जल गया है तो उसके कपड़े खींचे नहीं , क्योंकि जलकर त्वचा और भी कोमल हो जाती है ।
यदि कोई बेहोशी में है या आधा सोया-सा है तो उसको कोई भी तरल पदार्थ न दें , क्योकि यह मरीज की सांस नली में जा सकता है और उसका दम घुट सकता है । एक और बात बेहद जरूरी है कि बेहोश व्यक्ति को कभी भी झकझोर कर या गाल पर चपत लगाकर मत जगाएँ ।
घायल व्यक्ति को तसल्ली दें और स्वयं भी शांत रहने की चेष्टा करें । धीरज और शांति रखने से घायल व्यक्ति का भय व चिंता दूर हो जाएगी और मनोबल भी बढ़ेगा ।
चोट लगना अथवा घायल होना :-
किसी को चोट लगने की घटना कभी भी , कहीं भी और किसी भी वजह से हो सकती है । ऐसी स्थिति में घबराए बगैर तेजी से पीड़ित की मदद कीजिये । यह देखिये की सांस चल रही है , नाड़ी चल रही है जरूरत पड़ने पर प्राथमिक चिकित्सा दीजिये । यह देखिये कि मरीज को कहाँ , कैसी किस कारण चोट आई है ।
सिर में चोट –
इस अवस्था में सिर के अंदर खून बह सकता है ( ब्रेन हेमरेज ) ऐसी स्थिति में कान , नाक या फिर मुंह से खून निकलेगा । फिर आंखो की दशा सही नहीं होगी , बेहोशी आ सकती है । ऐसे स्थिति में मरीज को तत्काल डॉक्टर के पास या नजदीकी अस्पताल में ले जाना चाहिए ।
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